29/04/2021

*|| भगवद् गीता विचार ||* हे पार्थ! यह बुद्धि तेरे लिए ज्ञानयोग के विषय में कही गई और अब तू इसको कर्मयोग के (अध्याय 3 श्लोक 3 की टिप्पणी में इसका विस्तार देखें।) विषय में सुन- जिस बुद्धि से युक्त हुआ तू कर्मों के बंधन को भली-भाँति त्याग देगा अर्थात सर्वथा नष्ट कर डालेगा। *अध्याय- 2 श्लोक- 39* Download Bhagavad Gita App https://ift.tt/3t2CrrU

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