25/07/2021

*|| भगवद् गीता विचार ||* हा! शोक! हम लोग बुद्धिमान होकर भी महान पाप करने को तैयार हो गए हैं, जो राज्य और सुख के लोभ से स्वजनों को मारने के लिए उद्यत हो गए हैं। *अध्याय- 1 श्लोक- 45* Download Bhagavad Gita App: https://ift.tt/3iHCciY

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